Friday, September 28, 2018

Lata Mangeshkar Birthday: लता मंगेशकर की पहली कमाई थी 25 रुपये

भारतरत्न से सम्मानित स्वर-कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की गिनती अनमोल गायिकाओं में है. उनकी मधुर आवाज के दीवाने पूरी दुनिया में हैं.
खास बातें
लता मंगेशकर का 89वां जन्मदिन
पहली कमाई थी 25 रुपए
मराठा परिवार में हुआ था जन्म
नई दिल्ली: भारतरत्न से सम्मानित स्वर-कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की गिनती अनमोल गायिकाओं में है. उनकी मधुर आवाज के दीवाने पूरी दुनिया में हैं. संगीत की मलिका कहलाने वाली लता मंगेशकर को कई उपाधियों से नवाजा जा चुका है. आज, यानी 28 सितंबर को उनके जन्म की 89वीं वर्षगांठ है. लता मंगेशकर का नाम सुनते ही हम सभी के कानों में मीठी-मधुर आवाज शहद-सी घुलने लगती है. आठ दशक से भी अधिक समय से हिन्दुस्तान की आवाज बनीं लता ने 30 से ज्यादा भाषाओं में हजारों फिल्मी और गैर-फिल्मी गानों में अपनी आवाज़ का जादू बिखेरा. लता ही एकमात्र ऐसी जीवित शख्सियत हैं, जिनके नाम पर पुरस्कार दिए जाते हैं.

लता का जन्म 28 सितंबर, 1929 को एक मध्यमवर्गीय मराठा परिवार में हुआ. मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में जन्मीं लता पंडित दीनानाथ मंगेशकर की बड़ी बेटी हैं. लता का पहला नाम 'हेमा' था, मगर जन्म के पांच साल बाद माता-पिता ने इनका नाम 'लता' रख दिया था. लता अपने सभी भाई-बहनों में बड़ी हैं. मीना, आशा, उषा तथा हृदयनाथ उनसे छोटे हैं. उनके पिता रंगमंच के कलाकार और गायक थे.
लता की परवरिश महाराष्ट्र में हुई. जब लता सात साल की थीं, तब वह महाराष्ट्र आईं. लता ने पांच साल की उम्र से पिता के साथ एक रंगमंच कलाकार के रूप में अभिनय शुरू कर दिया था. लता बचपन से ही गायिका बनना चाहती थीं. लता के पिता शास्त्रीय संगीत के बहुत बड़े प्रशंसक थे, इसीलिए शायद वह लता के फिल्मों में गाने के खिलाफ थे. वर्ष 1942 में उनके पिता का देहांत हो गया. इसके बाद उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई और अर्थोपार्जन के लिए लता ने मराठी और हिंदी फिल्मों में छोटी-छोटी भूमिकाएं निभानी शुरू कीं.
लता को पहली बार मंच पर गाने के लिए 25 रुपये मिले थे. इसे वह अपनी पहली कमाई मानती हैं. लता ने पहली बार 1942 में मराठी फिल्म 'किती हसाल' के लिए गाना गाया. लता के भाई हृदयनाथ मंगेशकर और बहनें ऊषा मंगेशकर, मीना मंगेशकर और आशा भोंसले सभी ने संगीत को ही अपना करियर चुना
विवाह के बंधन में क्यों नहीं बंधी लता?
बचपन में कुंदनलाल सहगल की एक फिल्म चंडीदास देखकर वह कहती थीं कि वह बड़ी होकर सहगल से शादी करेंगी. लेकिन उन्होंने शादी नहीं की. उनका कहना है कि घर के सभी सदस्यों की जिम्मेदारी उन पर थी, ऐसे में जब शादी का ख्याल आता भी तो वह उस पर अमल नहीं कर सकती थीं. लता ने अपने करियर में कई उपलब्धियां हासिल की हैं. उनकी कोयल सी मधुर आवाज ने सैकड़ों फिल्मों के गीतों को अमर बनाया है.

Monday, August 27, 2018

Ajay Devgan was OUT - this superhit couple got finals - dhamakedar comedy

अनीस बज्मी के निर्देशन में बन रही फिल्म साढ़े साती में अजय देवगन- अनिल कपूर को फाइनल किया गया था। लेकिन डेट्स में परेशानी की वजह से फिल्म में अजय देवगन और अनिल कपूर की जगह अब ले ली है जॉन अब्राहम ने। वहीं, रिपोर्ट्स की मानें तो जॉन के साथ जोड़ी बन सकती है अभिषेक बच्चन की। फिल्म की शूटिंग 2018 के अंत तक शुरु हो जाएगी। वहीं, खबर यह भी है कि फिल्म का नाम अब साढ़े साती की जगह.. 'पागलपंती' कर दिया जाएगा। फिल्म के निर्माता हैं कुमार मंगत। बता दें, जॉन इस फिल्म के लिए पहली पसंद थे। लेकिन फिर जॉन की जगह अजय देवगन को फाइनल किया गया था। वही बात है.. दाने दाने पर लिखा है, खाने वाले का नाम  फिल्म की बात करें तो साढ़े साती एक ऐसे आदमी की कहानी होगी.. जिसका 7 साल से बैड लक चला रहा है। ऐसे में उसके साथ कैसी कैसी घटनाएं होती हैं.. और वह कैसे निपटता है.. यही होगी साढ़े साती। यह एक मल्टीस्टारर फिल्म होगी। फिलहाल एक्ट्रेस का नाम सामने नहीं आया है
बाटला हाउस

बाटला हाउस निखिल आडवाणी के साथ जॉन कर रहे हैं फिल्म बाटला हाउस। पहले इस फिल्म में सैफ अली खान थे। लेकिन जॉन ने उन्हें रिप्लेस कर लिया। फिल्म की शूटिंग सितंबर 2018 से शुरु हो जाएगी।
सरफरोश सीक्वल

रोमियो अकबर वाल्टर (RAW) सुशांत सिंह राजपूत ने इस फिल्म को छोड़ दिया.. जिसके बाद फिल्म में जॉन अब्राहम को फाइनल कर लिया गया है सरफरोश सीक्वल आमिर खान की सुपरहिट फिल्म सरफरोश के सीक्वल पर जोरशोर से चर्चा हो रही है। हाल ही में जॉन ने खबर कंफर्म किया है कि वे सरफरोश 2 में मेनलीड निभा रहे हैं
बैक टू बैट फिल्में जाहिर है परमाणु के हिट होने के बाद जॉन अब्राहम एक बार फिर पूरे जोश के साथ फिल्मों में भिड़ चुके हैं। जॉन आने वाले दो सालों तक बैक टू बैक फिल्में देने वाले हैं।
बॉक्स ऑफिस पर हिट खास बात है कि 2018 में रिलीज जॉन अब्राहम की दोनों फिल्में बॉक्स ऑफिस पर हिट रही है। साथ ही सबसे ज्यादा मुनाफेदार फिल्मों की लिस्ट में भी शामिल हैं।

Sunday, August 19, 2018

कॉमेडियन सुनील ग्रोवर को सलमान खान ने किया कैमरे में कैद

 कॉमेडियन सुनील ग्रोवर को सलमान खान ने किया कैमरे में कैद, फैन्स बोले- शाहरुख खान लग रहे हो डॉक्टर गुलाटी...
नई दिल्ली: बॉलीवुड के 'सुल्तान' सलमान खान इन दिनों अपनी अगली फिल्म 'भारत' की माल्टा में शूटिंग कर रहे हैं. फिल्म का पूरा क्रू माल्टा में डेरा जमाए हुए हैं. माल्टा से सलमान खान के कई वीडियो आ रहे हैं, कुछ दिन पहले सलमान खान अपनी मम्मी के साथ नजर आए थे. अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें सलमान खान कॉमेडियन सुनील ग्रोवर की फोटो खींचते नजर आ रहे हैं. सुनील ग्रोवर ने इस फोटो को अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया है और इसमें वे बनियान पहनकर खड़े हैं और बड़े ही स्टाइल में पोज दे रहे हैं. फैन्स ने सुनील ग्रोवर से चुटकी ली है और उनके पोज को देखकर लिखा हैः 'शाहरुख खान लग रहे हो डॉक्टर गुलाटी
 कैमरा सलमान खान के हाथ में हैं. लेकिन सुनील ग्रोवर का पोज देखने वाला है, और वह बहुत ही स्वैग में खड़े हैं. अगर सलमान खान जैसा सुपरस्टार फोटो खींचे तो कौन नहीं इस तरह का स्वैग दिखाना चाहेगा. सुनील ग्रोवर ने इस पोस्ट के साथ लिखा हैः "जल्द ही फाइन तस्वीरें पोस्ट करने वाला हूं. जैसे ही आती हैं. सिर्फ फोटोग्राफर को ही ओर ही न देखते रहें! जगह माल्टा है...भारत फिल्म की शूटिंग..." इस तरह सुनील ग्रोवर और सलमान खान की ये तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है
 सलमान खान की फिल्म 'भारत' को अली अब्बास जफर डायरेक्ट कर रहे हैं. 'भारत' में कैटरीना कैफ, दिशा पटानी और सुनील ग्रोवर नजर आएंगे. 'भारत' 2019 की ईद पर रिलीज होगी और इसमें सलमान खान बहुत ही अनोखे अवतार में नजर आएंगे. फिल्म का प्रोमो भी रिलीज हो गया है, और इसे काफी पसंद भी किया गया है.देखना यह है कि सुनील ग्रोवर अगला सरप्राइज क्या देते हैं. वैसे सुनील ग्रोवर 'पटाखा' में भी नजर आएंगे और उसमें भी वे बहुत ही फनी रोल में हैं.

KBC 10: अमिताभ बच्चन ने शुरू की 'कौन बनेगा करोड़पति' की शूटिंग

 KBC 10: घबराहट और आशंकाओं के बीच अमिताभ बच्चन ने शुरू की 'कौन बनेगा करोड़पति' की शूटिंग
नई दिल्ली: महानायक अमिताभ बच्चन न सिर्फ बड़े पर्दे बल्कि स्मॉल स्क्रीन के मेगास्टार हैं. अभिनेता ने शनिवार को पॉपुलर टेलीविजन गेम शो 'कौन बनेगा करोड़पति' (केबीसी) के 10वें सीजन की शूटिंग शुरू कर दी है. अमिताभ का कहना है कि इस शो से उनका पुराना नाता रहा है. इस मौके पर 75 वर्षीय अभिनेता ने शो के कुछ बीते पलों की यादों को अपने ब्लॉग में बयां किया. बच्चन वर्ष 2000 से इस शो के साथ जुड़े हैं. उन्होंने लिखा, पहले दिन केबीसी की शूटिंग के दौरान आशंकाओं और घबराहट से भरा था.. केबीसी को भारत में 18 वर्ष हो गए हैं और यह 10वां सीजन है... जिसमें से अधिकांश मेरे साथ जुड़ा है... अजीब है पर सच है....    

बिग बी ने आगे लिखा, यह स्थान... यहां काम करने वाले लोग.. बैठकें... उद्धरण और ब्रीफिंग... रचनात्मक सुझावों की इतनी विविधता है कि यहां छोटे से छोटे सुझावों की भी अनदेखी नहीं की जा सकती. 
बच्चन ने लिखा की यह एक गर्व की बात है कि हम लोगों के लाभ के क्या करते हैं, लेकिन उससे भी बड़ा गौरव यहां आने वाले लोगों की उपलब्धियां हैं... और वह खुशी जो कुछ ही घंटों में उस हॉट सीट पर बैठकर लोगों को मिलती है
 'कौन बनेगा करोड़पति' अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय शो 'हू वांट्स टू बी अ मिलियनेयर' का अडेप्टेशन है. इसे अमिताभ बच्चन कई सालों से होस्ट करते आ रहे हैं. बिग बी ने शनिवार रात ट्वीट कर कहा, "केबीसी दोबारा शुरू. इसके 18 साल हो गए हैं और अब 10वां सीजन आ रहा है. इससे पुराना नाता रहा है. आपके प्यार और समर्थन के बिना यह संभव नहीं था."
 मेकर्स ने KBC 10 का नया प्रोमो रिलीज किया. 10वें सीजन की टैगलाइन 'कब तब रोकोगे' है. प्रोमो में अमिताभ बच्चन सूट-बूट में बेहद डैशिंग अंदाज में नजर आए थे. इसके जरिए बिग बी ने जानकारी दी है कि 'KBC 10' 3 सितंबर, मंगलवार से शुक्रवार रात 9 बजे प्रसारित होगा...

कपिल शर्मा ने ki धमाकेदार वापसी की घोषणा, 12 अक्टूबर को इस अंदाज में करेंगे कमबैक

 कपिल शर्मा ने कर दी धमाकेदार वापसी की घोषणा, 12 अक्टूबर को इस अंदाज में करेंगे कमबैक
नई दिल्ली: देश के सबसे मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा (Kapil Sharma) लंबे वक्त से छोटे और बड़े पर्दे से दूर हैं. सोनी टेलीविजन पर 'द फैमिली टाइम विद कपिल' के बाद छोटे पर्दे पर कपिल नजर नहीं आए हैं. कपिल शर्मा का यह शो महज तीन एपिसोड के बाद बंद हो गया था. इसके बाद कहा गया कि कपिल अपनी बीमारी की इलाज करा रहे हैं. इसी बीच अभिनेता ने रविवार को अपनी धमाकेदार वापसी की घोषणा कर दी है. इंस्टाग्राम पर कपिल ने अपनी नई पंजाबी फिल्म 'सन ऑफ मनजीत सिंह' का अनाउंसमेंट किया है. बतौर प्रोड्यूसर कपिल इस फिल्म से जुड़ेंगे.
कपिल शर्मा ने इंस्टाग्राम पर दिल को छू जाने वाली मनजीत सिंह की कहानी के बारे में फैन्स को जानकारी दी है. उन्होंने लिखा कि 12 अक्टूबर को रिलीज होने वाली इस फिल्म का फर्स्ट लुक जल्द ही रिलीज किया जाएगा.
पिछले महीने कपिल की कुछ तस्वीरें वायरल हुई थीं. कभी स्लिम-ट्रिम दिखने वाले कपिल शर्मा को इन तस्वीरों में पहचान पाना मुश्किल था. कपिल इन फोटो में विदेश के एक मॉल में कुछ शॉपिंग करते हुए दिखे थे. इसमें वह पहले के मुताबिक हद से ज्यादा ही मोटे नजर आए. देखने में यह मालूम पड़ रहा है कि कपिल की यह तस्वीर सीसीटीवी फुटेज की है.
'द फैमिली टाइम विद कपिल' बंद होने के बाद कपिल शर्मा को लेकर कई तरह की बातें आईं और एक पत्रकार के साथ उनकी गुस्सा करते हुए ऑडियो भी वायरल हो गया था. रिपोर्ट्स में कहा गया कि उन्हें रिहैब सेंटर भी भेजना पड़ा था. हालांकि, इस बारे में कुछ भी आधिकारिक तौर पर नहीं कहा गया है

Box Office: सत्यमेव जयते की चौथे दिन विजय, इतने करोड़ हुई कमाई

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मुंबई। जॉन अब्राहम और मनोज बाजपेई की एक्शन फिल्म सत्यमेव जयते ने अपनी रिलीज़ के चौथे दिन 9 करोड़ से अधिक का कलेक्शन कर ये साबित कर दिया है कि भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ जंग लड़ने के ये तरीका लोगों को पसंद आ रहा है।

मिलाप ज़वेरी के निर्देशन में बनी सत्यमेव जयते ने घरेलू बॉक्स ऑफ़िस पर इस शनिवार यानि चौथे दिन नौ करोड़ तीन लाख रूपये की कमाई की। फिल्म को अब तक 46 करोड़ 65 लाख रूपये का कलेक्शन मिल चुका है। रविवार को फिल्म आसानी से 50 करोड़ का आंकड़ा पार कर जायेगी। फिल्म ने सत्यमेव जयते ने ट्रेड सर्किल को पूरी तरह हैरान और सारे अनुमानों को ध्वस्त कर पहले दिन 20 करोड़ 52 लाख रूपये का कलेक्शन किया था सत्यमेव जयते, 15 अगस्त के छुट्टी के दिन रिलीज़ हुई थी और उसके सामने अक्षय कुमार की गोल्ड भी थी लेकिन फिर भी जॉन अब्राहम की इस फिल्म ने काफ़ी अच्छा प्रदर्शन किया। ये फिल्म ए सर्टिफिकेट पाने वाली फिल्मों के ओपनिंग कलेक्शन में ये सबसे आगे रही।

    जॉन अब्राहम और मनोज बाजपेई की सत्यमेव जयते भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ अपनी तरह की जंग है। फिल्म में एक ईमानदार पुलिसवाले के दो बेटे हैं। एक बड़ा हो कर पुलिस ऑफिसर बनता है और दूसरा अपराधी, जिसका काम भ्रष्ट पुलिसवालों को ज़िंदा जला देना। दो भाइयों की इस जंग में भ्रष्टाचार को मिटाने के दो अलग अलग तरीके जस्टिफाई किये गए हैं।

इस फिल्म से नेहा शर्मा की बहन आयशा ने अपना डेब्यू किया है । नोरा फतेही के आइटम नंबर को भी फिल्मी मसाला के तौर पर रखा गया है। सत्यमेव जयते की ओपनिंग जॉन अब्राहम के लिए भी एक नया रिकॉर्ड बना चुकी है। ये उनकी सबसे बड़ी ओपनिंग कलेक्शन वाली फिल्म है।

सत्यमेव जयते और गोल्ड ने एक साथ रिलीज़ हो कर बॉक्स ऑफ़िस पर एक नया रिकॉर्ड बनाया है। अक्षय कुमार और जॉन अब्राहम की दोनों फिल्मों ने मिला कर अब तक बॉक्स ऑफ़िस पर हुए बड़े टकराव और उससे मिले कलेक्शन को पीछे छोड़ते हुए एक नया कीर्तिमान स्थापित किया । आपको बता दें कि करप्शन के मुद्दे पर पर बनी सत्यमेव जयते ने पहले दिन 20 करोड़ 52 लाख रूपये का कलेक्शन किया जबकि अक्षय कुमार की गोल्ड ने पहले दिन 25 करोड़ 25 लाख रूपये का। इन दोनों देसी बॉयज़ (अक्षय और जॉन की साथ की हुई फिल्म) की फिल्मों का कलेक्शन अगर मिला दिया जाए तो 45 करोड़ 77 लाख रूपये होता है। बॉक्स ऑफ़िस पर पहले ही दिन दो बड़ी फिल्मों को जोड़ कर कभी इतना कलेक्शन नहीं मिला। इससे पहले दिलवाले और बाजीराव मस्तानी ने पहले दिन 33 करोड़ 80 लाख रूपये जोड़े थे

'गोल्ड' और 'सत्यमेव जयते' के ज़माने में देशप्रेम और धर्मेंद्र की 'आंखें'

 
8 अगस्त को धर्मेन्द्र ने इन्स्टाग्राम पर अपनी एक तस्वीर लगायी थी,जिसमें वे नाचने की मुद्रा में हैं और साथ में लुंगी-कुरते में खड़े रामानंद सागर बांसुरी बजा रहे हैं। तस्वीर के साथ धर्मेन्द्र ने लिखा था, ''ट्यून मिल जाए तो आलम कुछ यों होता है। रामानंद सागर के साथ मैंने ‘आंखें',’चरस' और कुछ दूसरी ग्रेट फिल्में बनायीं।'' आज उनमें से एक ग्रेट फिल्म ‘आंखें' की बात करते हैं। 15 अगस्त को रीमा कागटी की ‘गोल्ड’ और मिलाप मिलन जावेरी की ‘सत्यमेव जयते’ रिलीज हुई हैं। दोनों देशप्रेम की भावना जगा रही हैं। ‘गोल्ड’ हॉकी में आजाद भारत के पहले गोल्ड मैडल की कहानी है तो ‘सत्यमेव जयते’ में भ्रष्टाचार मिटाने की बात है

 इन दोनों फिल्मों के साथ ही 50 साल पहले 1968 में रिलीज हुई रामानंद सागर की ’आंखें' को याद करते हैं। यह उस साल की सफलतम फिल्म थी। अनेक पुरस्कारों से नवाजी गयी। जासूसी की थीम पर बनी यह हिंदी की पहली फिल्म थी, जो देश की रक्षा और राष्ट्रप्रेम की बात करती है। माला सिन्हा और धर्मेन्द्र मुख्य भूमिकाओं में थे। फिल्म की शुरुआत होती है… उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता, जिस मुल्क की सरहद की निगेहबान हैं आंखें…। एक हथेली की छांव में ताजमहल, सारनाथ के द्वार और अन्य मोनुमेंट दिखाई पड़ते हैं और फिर एक आकृति उभरती है। साथ में ऊपर लिखी पंक्तियां सुनाई पड़ती हैं। मोहम्मद रफ़ी के स्वर में गूंजते इस गीत में आजाद देश के आत्मबल और आत्मविश्वास का प्रभावशाली सन्देश था।
 
 50 साल पहले इस गीत की गूंज ने राष्ट्रवाद का संचार किया था। आज भी इस गीत के बोल और जासूसी के कारनामों से भरी देशभक्ति की यह फिल्म दर्शकों को याद है। देश को आजाद हुए अभी 21 साल हुए थे। विदेशी ताकतें तोड़-फोड़ और विस्फोट की घटनाओं से नागरिकों में असंतोष पैदा कर देश को अस्थिर करने में लगी थीं।फिल्म में खलनायक विदेशी एजेंट का संवाद है, ''हिंदुस्तान को एजिटेशन का रोग लग चुका है। जहां भी एजिटेशन होता है, हमारे आदमी बम फेंक कर चले आते हैं। पुलिस अपनी जनता पर गोली चलती है। पब्लिक भड़क उठती है।'' सीन बदलता है। नायक सुनील जासूस के पिता बताते हैं कि ‘बड़ी बड़ी ताकतें हिंदुस्तान की डेमोक्रेसी और प्रजातंत्र को ख़त्म करना चाहती हैं। उन्होंने हिंदुस्तान के चारों तरफ जाल फैला रखा है। हथियार सप्लाई कर रहे हैं।'' वे यह भी बताते हैं कि हमें मालूम है कि हथियार किस मुल्क से आते हैं? यहां मुल्क का नाम नहीं लिया जाता
 
सुनील को बेरुत जाकर अपने जासूस से मिल कर विदेशी ताकतों के सदर मुकाम और भारत में एक्टिव एजेंटों का पता करना है। याद करें, भारतीय समाज में यह उथल-पुथल और राजनीतिक उपद्रव का समय था। 1967 के आम चुनाव में इंदिरा गांधी के नेतृत्व में पहले के चुनावों जैसी विजय नहीं मिली थी। सात राज्यों में पहली बार कांग्रेस की हार हुई थी। चौथी पंचवर्षीय योजना में देश की आर्थिक प्रगति बहुत कम हुई थी। उसी साल अगस्त-सितम्बर में नाथू ला में भारत-चीन झड़प में चीन को हार के साथ अपने सैकड़ों जवानों की जान गंवानी पड़ी थी।(इसी पृष्ठभूमि पर जे पी दत्त की फिल्म ‘पलटन' आ रही है) अपनी हार से बौखलाए चीन ने भारत में उत्पात मचाना शुरू किया था।
‘आंखें’ के पहले ही दृश्य में असम के इलाके में एक ट्रेन आती दिखाई देती है। ट्रेन में विस्फोट होता है और उसके डब्बों के परखच्चे उड़ जाते हैं। अगले ही सीन में हम देखते हैं कि मेजर ने इमरजेंसी बैठक बुलाई है। यहां उनके दो पुराने साथी भी बैठे हैं। ये तीनों कभी आजाद हिन्द फ़ौज में नेताजी के साथ थे। असम के ट्रेन विस्फोट से बात आरम्भ होती है। मेजर साहेब बताते हैं कि हमारी ख़ुफ़िया ख़बरों को अब सरकार भी मान गयी है। वह हमें हर मदद देने को तैयार है। हमें दुश्मनों की गतिविधियों पर रोक लगाने के साथ उन्हें खत्म भी करना है। उन दिनों शायद सरकारी एजेंसियां प्राइवेट संगठनों के साथ मिल कर देश की रक्षा-सुरक्षा की गतिविधियां करती हों।

 रामानंद सागर की जासूसी और देशभक्ति की भावना की यह फिल्म आज बचकानी लग सकती है, लेकिन 50 साल पहले इसने तहलका मचा दिया था। फिल्म में कंट्रोल पैनल, वायरलेस फ़ोन, ऑटोमेटिक दरवाज़े, खिसकती दीवारों के साथ ही मॉडर्न उपकरणों ने दर्शकों को हैरतअंगेज आनंद दिया था। फिल्म के सभी गीत बेहद लोकप्रिय हुए थे। लेखन और प्रस्तुति के लिहाज से अपने समय की इस महंगी फिल्म की शूटिंग भारत के साथ लेबनान और जापान में हुई थी। तब की लोकप्रिय हीरोइन माला सिन्हा लीड में थीं। ‘फूल और पत्थर' से पहचान में आये धर्मेन्द्र को रामानंद सागर ने माला सिन्हा के साथ मौका देकर बड़ा रिस्क लिया था। इस फिल्म में स्क्रीन पर पहला नाम माला सिन्हा का ही आता है। हालांकि इस फिल्म में अनेक रोमांटिक गीत भी थे, लेकिन धर्मेन्द्र को गाने के लिए एक भी गीत नहीं मिला था। तब तक धर्मेंद्र नाचने और गाने से परहेज करते थे।


’फूल और पत्थर' से मिली धर्मेन्द्र की ‘हीमैन’ की छवि को सागर ने भुनाया था। उन्हें स्मार्ट जासूस की भूमिका दी थी, जो थोड़े एक्शन सीन भी करता है। चुस्त पटकथा और सहज ही सीन बदलने के लिहाज से यह फिल्म लेखकों को देखनी चाहिए। फिल्म लगातार अलग-अलग स्थानों और किरदारों को फ्रेम में लाती है। हर बार किसी न किसी पात्र के ज़िक्र के साथ कैमरा वहां पहुंच जाता है। कहानी रोचक है। सुनील के पिता आजाद हिन्द फ़ौज के सिपाही मेजर दीवान साहेब ने अपने सरदार दोस्त सरदार इशर सिंह और मुसलमान दोस्त अशफाक के साथ कसम खायी है कि जब तक जिंदा रहेंगे अपने वतन को अपनी मां समझ कर उसकी बेहतरी और हिफाजत के लिए जान की बाजी लगा देंगे।
फिल्म में अनेक नाटकीय मोड़ हैं,जहां एक ही परिवार के दो बेटों में एक देशभक्त और दूसरा दुश्मनों से मिल जाता है। कहानी में ऐसा मोड़ आता है कि पिता ही दूसरे बेटे को गोली मार देते हैं। फिल्म में नायिका माला सिन्हा भी जासूस हैं, जो जापानी मां और हिन्दुस्तानी पिता की बेटी हैं। वह पहली नज़र में ही सुनील से मोहब्बत कर बैठती हैं और उन्हें बताती है ‘मिलती है ज़िन्दगी में मोहब्बत कभी-कभी'। सुनील के लिए देश की मोहब्बत ज्यादा ज़रूरी है। पचास साल पहले बनी इस फिल्म को अनेक पुरस्कारों से नवाज़ा गया था।

Lata Mangeshkar Birthday: लता मंगेशकर की पहली कमाई थी 25 रुपये

भारतरत्न से सम्मानित स्वर-कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की गिनती अनमोल गायिकाओं में है. उनकी मधुर आवाज के दीवाने पूरी दुनिया में ह...